Last Updated on August 26, 2023 by
RBI UPDATE : पिछले कुछ महीनों में हमने टमाटर और प्याज की कीमतों पर भारी बढ़ोतरी देखा, कहीं टमाटर का भाव ₹300 किलो तो कहीं अब प्याज का भाव भी बढ़ गया है। हालांकि इन सभी चीजों में काबू करने के पश्चात अब एक नई खबर सामने आ रही है। महंगाई के इस दौर में खाद्य पदार्थों का दाम बहुत तेजी से बढ़ रहा है इसी बीच आरबीआई की तरफ से ब्याज दरें बढ़ाने को लेकर चर्चाएं सामने आ रही है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा खुद इस बात का संकेत दिया जा रहा है कि अब ब्याज दरों को बढ़ाया जा सकता है। हाल ही में आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास द्वारा एक मीटिंग गठित की गई जिसमें टमाटर की बढ़ती कीमत को लेकर चर्चाएं की गई जो कि एक चिंतन की वास्तविक विषय थी। तो क्या वाकई में लोन की ब्याज दरों को बढ़ाया जाएगा इस बात की चर्चा हम आपको आगे इस आर्टिकल में विस्तारपूर्वक बताएंगे। इसलिए इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़े।
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RBI ले रही यह बड़ा कदम
आरबीआई गवर्नर शक्ति कांत दास इस विषय पर कहना है कि जिस प्रकार से खाद्य पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, अब महंगाई को कम करना मुश्किल हो रहा है, इससे मुद्रास्फीति में तेजी हो गई है तथा अब नियंत्रण करना कठिन हो गया है। आरबीआई गवर्नर के मुताबिक धीरे-धीरे इसे नियंत्रण में लिया जाएगा लेकिन एक झटके में से संभालना बहुत मुश्किल है।
हालांकि खाद्य पदार्थों की कीमतों में अभी नियंत्रण की जा चुकी है तथा जोक डिमांड एवं सप्लाई का बैलेंस पकड़ा है उसे पूरी तरह सुधारने में वक्त लगेगा। आरबीआई का कहना यह भी एक ही आने वाले समय में महंगाई से निपटने के लिए सरकार को कुछ ठोस कदम लेना पड़ेगा तथा और वही योजना तैयार करना होगा। खाद्य पदार्थों की कीमत में बढ़ोतरी होने के कारण मुद्रास्फीति हुई है तथा इसे नियंत्रण करना कठिन हो गया है। | RBI UPDATE
दिसंबर से जारी है बढ़ोतरी का दौर
वैसे तो हम सभी जानते हैं कि हमारे दैनिक जीवन का अहम हिस्सा है इसलिए लोग खानपान में खरीदारी की कमी नहीं करेंगे। और ना ही करना चाहिए लेकिन सवाल यह है कि आखिर कितने दिनों तक महंगाई होने के कारण लोगों को इस समस्या का सामना करना पड़ेगा। दरअसल यह सिलसिला दिसंबर 2022 में शुरू हुई थी। तथा बीते कुछ महीनों में सब्जियों के दाम आसमान छू गए हैं।
बेतहाशा महंगाई होने के कारण चीजों को नियंत्रण में करना कठिन हो गया है जिसके कारण मुद्रास्फीति हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हो रहा है। अबे इस पर लगातार कार्य कर रही है तथा चीजों को नियंत्रण करने में लगी हुई है। बता दें कि एमपीसी बैठक आने वाले समय में किया जाएगा एवं करने की बात की जाएगी। पिछले तिमाही में ब्याज दरों में अधिक बढ़ोतरी देखने को मिली तथा आरबीआई द्वारा या ऐलान कर दिया गया कि अप्रैल जून और अगस्त के महीनों में ब्याज दर को स्थिर रखा जाए ताकि ईएमआई देने वाले लोगों पर कोई बोझ ना पड़े।
आरबीआई द्वारा इस बात का विशेष ध्यान रखा जाता है कि महंगाई के कारण यह माई देने वालों के लिए समय पर यह माय देना मुश्किल हो सकता है, इसीलिए आरबीआई लोन के ब्याज पर बढ़ोतरी ना करके महंगाई को कंट्रोल करने में लगी रहती है समय-समय पर आरबीआई द्वारा मीटिंग गठित की जाती है तथा इस विषय पर गहन चर्चा की जाती है विशेषज्ञों द्वारा यह कहा जा रहा है कि आने वाले कुछ महीनों में महंगाई को नियंत्रण में लिया जा सकता है लेकिन अभी यह संभव नहीं है। | RBI UPDATE
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रुस-यूक्रेन वार से बड़ी भारत में महंगाई
भारत में महंगाई केवल आंतरिक कारणों से नहीं बल्कि विदेश में हो रहे रूस यूक्रेन के युद्ध कारण भी हो रहा है। जो कि भारत एक विकसित देश है इसलिए भारत विदेशों से सामान आयात निर्यात करता है इसमें कुछ खाद्य पदार्थ भी शामिल होते हैं जो मुद्रास्फीति को तेज कर रही है।
रूस यूक्रेन के युद्ध के कारण अंतर्राष्ट्रीय बाजार डगमगा गया है, जिसका असर भारत में भी देखने को मिल रहा है। रुपए के मुकाबले डॉलर मजबूत हो रहा है। इस वजह से मुद्रास्फीति तेजी से हो रही है। और यही वजह है कि लोन के ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। अरबिया की यह मजबूरी है कि ब्याज दरों को बढ़ाया जाए। तथा यही कारण है कि रिपोर्ट 6 पॉइंट 50 परसेंट तक पहुंच गया है।
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अरबी अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही है ताकि मुद्रास्फीति को नियंत्रण किया जाए, हालांकि आरबीआई के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा कि किस प्रकार आने वाले समय में महंगाई को नियंत्रण में लिया जाए। फिलहाल EMI पेमेंट करने वालों के लिए ब्याज दर स्थिर रहेगा इस बात की जानकारी जारी कर दी गई है। | RBI UPDATE