किसानों की बल्ले बल्ले! प्रति एकड़ 5000 रुपये मिलेगा मुआवजा

Jharkhand Fasal Rahat Yojana: आजकल कृषि सेक्टर में किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार करने के लिए विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसमें से एक महत्वपूर्ण योजना है – “झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना”। इस योजना के अंतर्गत, किसानों को उनकी फसल के नुकसान की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, जिससे उनकी आर्थिक परेशानियों का समाधान हो सके।




इस लेख में हम इस योजना के महत्व, लाभ, और आवेदन प्रक्रिया के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

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Jharkhand Fasal Rahat Yojana – एक नजर

Jharkhand Fasal Rahat Yojana: राज्य फसल राहत योजना के तरहत किसानो को 3000 से 5000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा राशी की सुविधा उपलब्ध कराइ जाएगी पिछले साल खरीफ फसल के तहत करीब 21000 किसानो को मुआवजा राशी दी गई थी धान मक्का की फसल ख़राब होने की स्थिति में इस योजना के तहत किसानो को आर्थिक सहायता प्रदान की जातीं है 50 परतिशत से ज्यादा फसल ख़राब होने की स्थिति में किसानो को पञ्च हजार रुपये प्रति एकड़ और 30 से 50 फीसदी फसल ख़राब होने पर 3000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा राशी दी जाती है ।

PM Kisan

जिला सहकारिता पदाधिकारी विजय तिकी ने बताया पूर्व से जिले में करीब 40 हजार किअसन निबंधित कीं प्रज्ञा केंद्र से आवेदन कर सकते है नए किसान भी प्रज्ञा केंद्र से निबंधन करा सकते है प्रज्ञा केंद्र से किये जाने वाले आवेदन का शुल्क निर्धारित है निबंधन के लिए 40 रुपये और आवेदन करने के लिए प्रज्ञा केंद्र 10 रूपये किसानो से ले सकते है 30 सितम्बर 2023 तक आवेदन स्वीकार किया जायेगा 10 डिसमिल से 5 एकड़ तक के रैयतदार किसानो व् बटाईदार  किसानो को प्राकृतिक आपदा से हुई क्षति के दौरान ही इस योजना का लाभ मिलेगा। किसानो को बिमा के लिए प्रीमियम राशी का भुगतान नहीं करना होगा। जिन किसानो ने 2022 में झारखण्ड राज्य फसल राहत योजना में निबंधन कराया था, उनको केवल स्थानीय जनप्रतिनिधि से प्रमाणित घोषणा पत्र दे होगा।




मुख्य विशेषताएं – 

आर्थिक सहायता की प्राथमिकता –

Jharkhand Fasal Rahat Yojana: राज्य फसल राहत योजना का प्रमुख उद्देश्य किसानों को उनकी फसल के नुकसान की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना उन किसानों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जिनकी फसल का करीब 50% या उससे अधिक हिस्सा नुकसान हो चुका हो।

आवेदन प्रक्रिया –

Jharkhand Fasal Rahat Yojana: योजना में शामिल होने के लिए किसानों को प्रज्ञा केंद्रों से आवेदन करना होगा। नए किसान भी प्रज्ञा केंद्रों से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन का शुल्क निर्धारित है और इसे Online या Offline दोनों माध्यम से किया जा सकता है।

आर्थिक सहायता की दरें –

Jharkhand Fasal Rahat Yojana: फसल की नुकसान की स्थिति में योजना के तहत आर्थिक सहायता की दरें विभिन्न होती हैं। जिन किसानों की फसल 50% से अधिक हिस्सा नुकसान होती है, उन्हें प्रति एकड़ के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।




योजना के लाभ –

आर्थिक सुरक्षा: यह योजना किसानों को उनकी फसल के नुकसान की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करके उन्हें आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। इससे किसान अपनी मेहनत का मान सकते हैं और उनकी आर्थिक परेशानियों का समाधान हो सकता है।

किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद: योजना के तहत प्रदान की जाने वाली आर्थिक सहायता से, किसान अपने काम को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में सक्षम होते हैं और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

आवश्यकता के लिए पात्रता –

योजना के तहत आवेदन करने के लिए किसान को उनकी फसल में कम से कम 30% की नुकसान होनी चाहिए।

निष्कर्ष – Jharkhand Fasal Rahat Yojana

राज्य फसल राहत योजना एक महत्वपूर्ण पहल है जो किसानों को उनकी फसल के नुकसान की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से किसान अपनी आर्थिक सुरक्षा को बढ़ा सकते हैं और आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।




Jharkhand Fasal Rahat Yojana: FAQs –

Q. क्या योजना में नए किसान भी शामिल हो सकते हैं?

उत्तर: हां, योजना में नए किसान भी शामिल हो सकते हैं। वे प्रज्ञा केंद्रों से आवेदन कर सकते हैं।

Q. योजना के तहत आर्थिक सहायता की दरें कैसे निर्धारित होती हैं?

उत्तर: योजना के तहत आर्थिक सहायता की दरें फसल के नुकसान की प्रामाणिकता के आधार पर निर्धारित होती हैं।

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