Last Updated on July 19, 2023 by
Tomato Price: इस साल monsoon ने किया टमाटर को गुस्से से लाल: महंगाई के दौर में जहां आम जरूरतें पूरी करना नामुमकिन हो गया है वहीं आजकल टमाटर ने भी आम नागरिक का बजट डांवाडोल कर रखा है। देशभर में टमाटर के बढे हुए दामों से आम नागरिक परेशान हो गया है।
जुलाई 2023 में टमाटर के दाम में कितनी हुई वृद्धि
जैसा कि हम सब जानते हैं टमाटर हमारी रसोई की सबसे बेसिक जरूरत है, बिना टमाटर के सब्जियां बनाने की बात हम सोच भी नहीं सकते। एक भारतीय घर में टमाटर काफी जरूरी घटक माना जाता है इसके बिना ना सब्जियां बनती है ना दालें, ना सांभर न रसम और ऐसे में टमाटर के दाम आसमान को छू रहे हैं जिससे टमाटर खरीदना काफी महंगा साबित हो रहा है।
साल भर ₹10 से ₹20 किलो तक बिकने वाले टमाटर हद से हद चीज से ₹40 किलो बिकते हैं वही हर साल बारिश में टमाटर 50-60 रुपये हो जाते हैं पर इस बार तो यह ₹100 से ₹120 किलो की रेंज में पहुंच गए हैं। कुछ जगह पर तो टमाटर ₹150 से ₹180 किलो में बिक रहे हैं।
साल 2023 में दाम बेकाबू होने के मुख्य कारण
टमाटर के दाम इस तरह से बढ़ने के पीछे ढेर सारे कारण है। हर साल बारिश के समय टमाटर के दाम बढ़ जाते हैं, क्योंकि बारिश की वजह से टमाटर की फसल को काफी नुकसान पहुंचता है। वही बारिश से पहले गर्मी भी टमाटर की फसल को काफी नुकसान पहुंचाती है जिससे टमाटर की फसल खराब होने लगती है। खराब फसल होने की वजह से भारत भर में टमाटर की आपूर्ति ठीक से नहीं हो पाती है।
कम आपूर्ति और भारी मांग के चलते इसके दाम बढ़ने लगते हैं। एक बार बढ़े हुए दाम देखते हुए कई सारे लोग कालाबाजारी करने लगते हैं इससे दाम और बेकाबू हो जाते हैं। कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि यह पूरा फंडा अर्थशास्त्र का है अधिक डिमांड और कम सप्लाई होने की वजह से टमाटर के दामों में वृद्धि होती जा रही है। साथ ही साथ कालाबाजारी ने भी इन दामों को और सुलगा दिया है।
परंतु साल 2023 में 1 महीने के अंदर ही टमाटर की कीमतों में 400% से अधिक की वृद्धि हो गई है ,इसके पीछे सबसे मुख्य कारण बदलता मौसम और दूसरा टमाटर की फसल का अल्पकालीन होना है। जैसा कि हम सब जानते हैं टमाटर जल्दी खराब होने वाली फसल है और जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं की कीमतें अचानक से बढ़ जाती है और अचानक से घट जाती है।
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Tomato Price में भारी उछाल, इस दिन हो सकता है सस्ता
ऐसे में असमय बारिश के चलते खेत मे बर्बाद होने की वजह से पर्याप्त सप्लाई की कमी के होने की वजह से टमाटर की कीमतों में इस बार भारी उछाल आया है। जहां अप्रैल 2023 में टमाटर की कीमत ₹10 प्रति किलो थी ,भी मई में भी यह कीमत हद से हद ₹30 प्रति किलो हुई परंतु जून में देखते देखते ही है कि यह 40 से ₹45 किलो फिर ₹80 हो गई, परंतु जुलाई के महीने में टमाटर ने कहर बरपा दिया यह कीमत बढ़कर ₹120 से ₹150 और कई शहरों में तो यह अब ₹180 किलो में बिक रहा है।
हालांकि टमाटर की खुदरा कीमतों में काफी अंतर है ,बाजारों में ₹150 से ₹180 करने वाला किलो बिकने वाला टमाटर किसान को अभी कोई फायदा नहीं पहुंचा रहा क्योंकि किसान को तो अब भी 6 से ₹7 प्रति किलो टमाटर ही मिल रहा है। कई किसान तो टमाटर की फसल सड़ने से कंगाल ही हो गए हैं, क्योंकि मई के अंत में पंजाब ,हरियाणा, महाराष्ट्र ,कर्नाटक राज्य में बेमौसम बारिश हुई थी जिसकी वजह से काफी जगहों पर टमाटर की पूरी फसल बर्बाद हो गई इसीलिए इन जगहों पर टमाटर उगाने वाले किसान कर्जे में डूब गए हैं।
वहीं देखा जाए तो किसानों को रिटेल में बिकने वाले टमाटर का केवल 30% हिस्सा ही मिलता है तो कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं कि भले ही आज जहां टमाटर ₹150 से ₹180 किलो मार्केट में मिल रहे हैं मगर किसान तो अभी भी गरीब ही है। तो यह पूरा खेल कोल्ड स्टोरेज ,परिवहन इत्यादि का ही है किसान तो अब आज भी टमाटर उगाने के लिए 6 से ₹7 प्रति किलो कमा रहा है।
टमाटर की बढ़ती महंगाई बनी सरकार का सरदर्द
टमाटर के बढ़ते दामों ने भारत सरकार को भी चिंता में डाल दिया है एक और जहां आरबीआई महंगाई में कमी आने के दावे कर रही है वही बढ़ते टमाटर के दाम ने सारी कलई खोलकर रख दी है ,पहले ही इन्फ्लेशन रेट दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है वही बढ़ते हुए टमाटर के दाम ने अब इस महंगाई को कंट्रोल करने में और रुकावट लाकर रख दी है। ऐसे में अब भारत सरकार के सामने काफी बड़ा चैलेंज है किस प्रकार महंगाई पर लगाम लगाई जाए।